भारत माता की जय


एक तरफ कुछ कम्युनिस्ट नक्सली और आतंकवादियों का झुण्ड, केरला में एक गावं के एक स्कूल में पढ़ाने वाले  27 वर्षीय सुजीत की उसके बूढ़े माँ बाप के सामने हत्या कर देते हैं.
दूसरी तरफ कांग्रेसी, कम्युनिस्ट, सेक्युलर और समाजवादी प्रजाति के गिद्ध,  किसी विश्वविद्यालय के आतंकवादियों के समर्थन  में आँसू बहाने जाते हैं.


एक तरफ सेना का जवान देश की रक्षा करते हुए अपना जीवन न्योछावर कर देता है.
दूसरी तरफ ये बेशर्म नेता वोट के लिए, देशद्रोही और आतंकवादियों के चरणो में गिरकर वोट बैंक-वोट बैंक का खेल रहे हैं.

एक तरफ एक युवा 251 रुपये में दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाकर गरीबों को मुख्यधारा में लाना चाहता है
तो दूसरी तरफ विश्वविद्यालय में मुफ्त की शिक्षा पाकर भी कुछ लोग नक्सली और आतंकवादी बनना चाहते हैं


रोती होगी आत्मा उन  चन्द्र शेखर, भगत, अशफ़ाक़ उल्ला, गांधी, बोस, अब्दुल हामिद, एपीजे अब्दुल कलाम जैसे हजारों लाखो वीरो की और देशभक्तो की.